मिथिला मे दशमीए सं दीयाबाती जड़ायब शुरू भ' जाइत अछि. धनतेरस सं ओहुना पावनिक शृंगार सन शुरू भ' जाइत अछि. मिथिला मे दीयाबातीक महत्व एहू लेल बेसी अछि जे मैथिली (सिया) श्रीरामक संग चौदह बरखक बनवासक उपरांत अजोध्या आपस आयल छलीह. अन्हार पर …
अचक्के अजगर सं जखन सामना भ' जाए त' कहनो हिमतिगर लोक कें हालति खराब होएब स्वाभाविक. एहिना एक घटना तखन देखल गेल जखन एक महिला मवेशी ल' बाध मे चरबए पहुंचल. महिला देखैत अछि जे एकटा गाछ पर विशाल अजगर विश्राम क' रहल अछि. घटना मधुबन…
झिझिरकोना अशोक कुमार दत्तक पहिल कविता संग्रह थिक. एहि मे 38 गोट कविताक संग्रह अछि. ई कविता सभ कवि अपन युवावस्था मे लिखने रहथि, हं, किछु नव कविता सेहो छनि. अधिकांश कविता गेय, मंचीय ओ रोचक अछि. कविता सभ पुरान रहितो अप्रासंगिक नहि अछि. नोकरीक म…
चमकी बोखार सं त्रस्त बिहार मे स्वास्थ्य सेवाक स्थिति पर जे बात राज्य सरकार गछलक अछि, से हैरान करत. सरकार उच्चतम न्यायालय कें स्पष्ट कहलक अछि जे राज्य मे चिकित्सकक भारी अभाव अछि. डॉक्टरक 57 प्रतिशत पोस्ट खाली चलि रहल अछि. सरकार द्वारा संचालित अस्पत…
मिथिलाभरि मे एखन 'चमकी बुखार' सं नेना-भुटका सब आहत भ' रहल अछि. विशेष क' मुजफ्फरपुर सं आबि रहल समाद चिंताजनक अछि. ओतय भारी संख्या मे बच्चा सब इलाजक दौरान जान गमओलक अछि. एखनो किछु सय गोट नेना इलाजरत अछि. एकरा अव्यवस्था कहियौ आ कि क…
राजस्थान केर सुमन राव एमकी फेमिना मिस इंडिया खिताब जीत लेलनि अछि. फेमिना मिस इंडिया (Femina Miss India) ग्रैंड फिनाले बीतल राति बम्बइ केर सरदार वल्लभभाइ पटेल इंडोर स्टेडियम मे भेल. सुमन राव फेमिना मिस इंडिया 2019 (Femina Miss India) केर वि…
सामाजिक कुरीति पर प्रहार करैत फिल्म 'मुक्ति अभिशाप से' रिलीज कएल जा रहल अछि. एन. मंडल निर्देशित ई फिल्म तखन चर्चा मे बनल छल जखन एकर प्रदर्शन इंडोगमा फ़िल्म फेस्टिवल दिल्ली मे भेल छल. फिल्म शौचालय सन सामाजिक विषय पर बनाओल गेल अछि. कथा…
लोकसभा चुनाव केर अनुगूंज सभतरि पसरल अछि. जनता लेल एखुनका समय चानी छै त' ओतहि नेता ओ राजनीतिक दल सब जनता कें फुसलेबा हेतु दिन-राति एक केने अछि. वास्तव मे यएह समय अछि जखन जनसमुदाय अपन मांग मजगूती सं राखि सकैत अछि आ नेता लोकनिक नेत सोझ क' सकैत…
दिन प्रतिदिन भारी संख्या मे मिथिला सँ मैथिलक पलायन भ' रहल अछि. ई पलायन सुखे नहि, अपितु दुखे! मिथिला मे उद्योग धंधाक अभाव अछि. एहि कारण सँ प्रतिवर्ष हजारक हजार संख्या मे लोक घर-द्वारि छोड़ि शहरक रुखि क' लैत छथि. ओ दिल्ली होइ कि मुंबई आकि दे…