Showing posts from 2019

मिथिला मे एना मनाओल जाइत अछि दीपोत्सव

मिथिला मे दशमीए सं दीयाबाती जड़ायब शुरू भ' जाइत अछि. धनतेरस सं ओहुना पावनिक शृंगार सन शुरू भ' जाइत अछि. मिथिला मे दीयाबातीक महत्व एहू लेल बेसी अछि जे मैथिली (सिया) श्रीरामक संग चौदह बरखक बनवासक उपरांत अजोध्या आपस आयल छलीह.  अन्हार पर …

मधुबनीक एहि गाम मे गाछ पर भेटल अजोध अजगर, जनता मे भय व्याप्त

अचक्के अजगर सं जखन सामना भ' जाए त' कहनो हिमतिगर लोक कें हालति खराब होएब स्वाभाविक. एहिना एक घटना तखन देखल गेल जखन एक महिला मवेशी ल' बाध मे चरबए पहुंचल. महिला देखैत अछि जे एकटा गाछ पर विशाल अजगर विश्राम क' रहल अछि.  घटना मधुबन…

हे वैदेहीक मानद सुपुत्र मैथिल गण...

हे जनकात्मज जगतजननी वैदेहीक मानद सुपुत्र मैथिल गण,  यथार्थ कें स्वीकार करबाक सदाशयता राखू. सत्य कठोर छै मुदा ओकर वास्तविकता कें उपेक्षा करब असंभव. भारतीय उपमहाद्वीप मे मैथिल निःसंदेह बहुतो अन्य प्रजाति सं विज्ञ, आचरणशील, सुव्यवहारिक, सुदक्…

मैथिलीपुत्र किशोरीकान्त मिश्रक स्मरण मे श्रद्धांजलि सभा

मिथिला संस्कृतिक परिषद, कोलकाताक स्तम्भ किशोरीकान्त मिश्र (01 फरबरी 1939 - 29 जुलाइ 2019) जीक स्मृति मे श्रद्धांजलि सभाक बागबाजार रीडिंग लाइब्रेरीक प्रेक्षागृह मे 25 अगस्त 2019 कें सांझ 5 बजे सँ आयोजित भेल. एहि मे उपस्थित जन किशोरी बाबूक चित्र प…

पोथी समीक्षा: 'झिझिरकोना' खूब सुन्नर उसरल अछि...

झिझिरकोना अशोक कुमार दत्तक पहिल कविता संग्रह थिक. एहि मे 38 गोट कविताक संग्रह अछि. ई कविता सभ कवि अपन युवावस्था मे लिखने रहथि, हं, किछु नव कविता सेहो छनि. अधिकांश कविता गेय, मंचीय ओ रोचक अछि. कविता सभ पुरान रहितो अप्रासंगिक नहि अछि. नोकरीक म…

बिहार सरकारक हलफनामा, जनताक बेहाली पर अदालत हैरान

चमकी बोखार सं त्रस्त बिहार मे स्वास्थ्य सेवाक स्थिति पर जे बात राज्य सरकार गछलक अछि, से हैरान करत. सरकार उच्चतम न्यायालय कें स्पष्ट कहलक अछि जे राज्य मे चिकित्सकक भारी अभाव अछि. डॉक्टरक 57 प्रतिशत पोस्ट खाली चलि रहल अछि. सरकार द्वारा संचालित अस्पत…

साहित्यकार कें एक्टिविस्ट बनब जरूरी नै, आजुक जरूरति अछि: दिलीप

चर्चित कवि, उपन्यासकार, संपादक, एक्टिविस्ट ओ शिक्षक  दिलीप कुमार झा  एखन अपन कृति 'दू धाप आगाँ' कें ल' पाठकक सिनेह कें एन्जॉय क' रहल छथि. एकर दोसर संस्करण प्रकाशनक बाट पर छै. मैथिली भाषा-साहित्य सं जुड़ल विभिन्न बिंदु पर हुनका सं मिथ…

‘चमकी बुखार’ सं एना बचाउ नेना कें, जरूरी जानकारी

मिथिलाभरि मे एखन 'चमकी बुखार' सं नेना-भुटका सब आहत भ' रहल अछि. विशेष क' मुजफ्फरपुर सं आबि रहल समाद चिंताजनक अछि. ओतय भारी संख्या मे बच्चा सब इलाजक दौरान जान गमओलक अछि. एखनो किछु सय गोट नेना इलाजरत अछि. एकरा अव्यवस्था कहियौ आ कि क…

Femina Miss India 2019: सुमन राव कें फेमिना मिस इंडिया खिताब

राजस्थान केर सुमन राव एमकी फेमिना मिस इंडिया खिताब जीत लेलनि अछि. फेमिना मिस इंडिया (Femina Miss India) ग्रैंड फिनाले बीतल राति बम्बइ केर सरदार वल्लभभाइ पटेल इंडोर स्टेडियम मे भेल. सुमन राव फेमिना मिस इंडिया 2019  (Femina Miss India)  केर वि…

प्रणव नार्मदेय केर कविता 'पेस-पीस-स्पेस'

अहां जओ अपन 'स्पेस'क खोज मे ध्वस्त करैत छी  ककरो जिनगीक 'पेस' आ 'पीस' सहजें प्रमाणित होइत छी  साहसी आ क्रांतिकारी  मुदा जओ  स्थिर रखबा लेल  अपन 'पेस' आ 'पीस' हेरैत छी कोनोखन अपन 'स्पेस' चोट…

'मुक्ति अभिशाप से' 5 मइ कें होएत रिलीज़

सामाजिक कुरीति पर प्रहार करैत फिल्म 'मुक्ति अभिशाप से' रिलीज कएल जा रहल अछि.  एन. मंडल निर्देशित ई फिल्म तखन चर्चा मे बनल छल जखन एकर प्रदर्शन  इंडोगमा फ़िल्म फेस्टिवल दिल्ली मे भेल छल. फिल्म शौचालय सन सामाजिक विषय पर बनाओल गेल अछि.  कथा…

मैथिली कविता: भैया हमसभ जन-गण-मन छी!

ठकि लेलक त' ठकि लेलक हम ठका-ठका कें थाकल जन छी भैया हमसभ जन-गण-मन छी! केओ धर्म  केओ  जाति ध' लूटल केओ  भाषा  केओ  माटि ध' लूटल केओ  क्षेत्र,  केओ  अगरा-पिछला हमसभ दलित-ब्राह्मण-हरिजन छी भैया हमसभ जन-गण-मन छी!                  …

नवआयाम केर 'कनफुसकी' सं रंगमंच कें भेटल नवप्राण

इतिहास कें ल' बड़का-बड़का बात सुनैत जेहन लगैत हो मुदा कलकत्ता प्रवासी लोकनि इतिहास बनैत देखलनि .  अवसर छल 'नवआयाम' दिस सं 'कनफुसकी' नाटकक मंचन केर. रबीन्द्र भारती विश्वविद्यालय जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी  सं लागल रथीन्द्र मंच प्रेक्षागृह …

अखिल भारतीय मिथिला पार्टी पश्चिम बंगाल केर पहिल अधिवेशन

लोकसभा चुनाव केर अनुगूंज सभतरि पसरल अछि. जनता लेल एखुनका समय चानी छै त' ओतहि नेता ओ राजनीतिक दल सब जनता कें फुसलेबा हेतु दिन-राति एक केने अछि. वास्तव मे यएह समय अछि जखन जनसमुदाय अपन मांग मजगूती सं राखि सकैत अछि आ नेता लोकनिक नेत सोझ क' सकैत…

मिथिला संस्कृति अनुपम, राखी पागक मान : डॉ बीरबल झा

दिन प्रतिदिन भारी संख्या मे मिथिला सँ मैथिलक पलायन भ' रहल अछि. ई पलायन सुखे नहि, अपितु दुखे! मिथिला मे उद्योग धंधाक अभाव अछि.  एहि कारण सँ प्रतिवर्ष हजारक हजार संख्या मे लोक घर-द्वारि छोड़ि शहरक रुखि क' लैत छथि. ओ दिल्ली होइ कि मुंबई आकि दे…

Load More
That is All