Showing posts from 2018

रिषड़ा मे 'लौंगिया मिरचाइ' केर मंचन ओ विचार गोष्ठी

कलकत्ता उपनगर क्षेत्र रिषड़ा मे बीतल 36 साल सं लगातार मैथिली नाट्य मंचन होइत आबि रहल अछि. विद्यापति स्मृति पर्व समारोहक अंतर्गत 23 दिसंबर कें सांझ मे जयश्री टेक्सटाइल केर लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रांगण मे मैथिली नाटक 'लौंगिया मिरचाइ' केर मं…

मैथिली सहित आन भाषा सब मे कोना कहबै हैप्पी क्रिसमस

क्रिसमस (Christmas) सभ साल 25 दिसंबर कें मनाओल जाइछ. ई पर्व दुनियाभरि देश सब मे मात्र ईसाई समुदाय नै, अपितु सब धर्मक लोक मनबैत छथि.  एकरा 'बड़ा दिन' (Bada Din) सेहो कहल गेल अछि, कारण एही दिन ईसा मसीह (Isa Masih) वा यीशु केर जन्म भेल छलनि. …

एन. मंडल निर्देशित लघु फिल्म पहुंचल इंडोगमा फ़िल्म फेस्टिवल

मैथिली फिल्म लेल बीतल किछु साल सं लगातार प्रयासरत निर्देशक एन. मंडल केर लघु फिल्म 'मुक्ति अभिशाप से' दिल्ली केर इंडोगमा फ़िल्म फेस्टिवल मे चयनित भेल अछि. एहि फ़िल्मक ऑनलाइन स्क्रीनिंग 17 दिसंबर कें देखल सकैत अछि. ई फिल्म समस्तीपुर में बनल अ…

हम मां मिथिला केर लाल छी : युवा कवि उज्ज्वल

सौभाग्य हमर कि जन्म मिलल एहि पावन मिथिला धाम मे  विश्व प्रसिद्ध कवि कोकिल ओ विद्यापति जीक गाम मे  पान मखान जहां केर शोभा  शक्ति अछि मिथिला नाम मे स्वर्ग सनक आनंद मिलैए अपन मिथिला धाम मे  पुछु प्रवासी पाहुन सब सं अहां सबहक की हाल छी  हम मा…

पोथी समीक्षा: नारायण झाक 'अविरल-अविराम

अपन पहिल कविता संग्रह 'प्रतिवादी हम' (2013) केर बाद काव्य लेखन कें अबाध रखैत युवा रचनाकार नारायण झाक दोसर कविता संग्रह (2017) मे प्रकाशित भेल 'अविरल-अविराम'. एहि संग्रह मे कुल सत्तहत्तरि गोट कविता अछि. प्रायः समस्त कविता प्रवाहमय,…

'हंसोथि रहल छी, हंसोथू'

हे यौ श्रीमान,  जे जे लिखै छै से लिख' ने दियौ! कवि, लेखक कोनो बड़द नहि ने छै जे जिमहर हाँकि देतै, हँका जेतै. बेसी सँ बेसी आइ धरि जे मैथिली मे होइत रहल अछि सएह अपने क' सकैत छी, अपन लगुआ-भगुआ कें सरकारी गोष्ठी मे बजबैत छी. सभटा सम्मान…

गायिका अंजना इस्सर कें केंद्रीय मंत्री द्वारा सम्मान

मैथिली गायन क्षेत्र मे कोलकाता प्रवासी मध्य अंजना इस्सर कोनो परिचय केर मोहताज नै छथि. बीतल कुछु साल मे ई देश-विदेशक कतिपय मंच सहित टीवी पर सेहो अपन प्रतिभाक परिचय देलनि अछि. लगातार अभ्यास सं हिनक गायिकी जेना आगू बढ़ल अछि, ओहि सं संगीत प्रेमी लोकनि…

मैथिली मीडिया केर वर्तमान स्थिति पर 'दूआखर'

अंगरेजी साल 2012 मे पनरह अगस्त कें एक अभियान जकां शुरू भेल छल मिथिमीडिया. ई बेस संतोषप्रद अछि जे हमरा लोकनि एहि माध्यम कें एतेक साल ने मात्र जिया लेने छी, अपितु आगू सेहो बढ़ा रहल छी. कलकत्ता सन महानगर मे जतय 10 लाख सं बेसी मैथिल प्रवासी छथि म…

आरसी प्रसाद सिंह केर कविता 'जन्मभूमि - जननी'

जन्मभूमि जननी ! पृथ्वी शिर मौर मुकुट  चन्दन संतरिणी  जन्मभूमि जननी। वन-वन मे मृगशावक नभ मे रवि-शशि दीपक  हिमगिरि सं सागर तक  विपुलायत धरणी  जन्मभूमि जननी। दिक्-दिक् मे इंद्रजाल  नवरसमय आलवाल  पुष्पित अंचल रसाल  नन्दन वन सरणी  जन्मभूम…

पदावली: मैथिली कविता कें समर्पित प्रयास

भाषा-साहित्य केर प्रचार-प्रसार मे लागल मिथिमीडिया कविता कें समर्पित प्रयास पदावली शुरू केने अछि. एहि माध्यम सं कविता कें ऑनलाइन कम्युनिटी लग परोसल जाइत अछि. एतबे नै, ठाम-ठाम अनुष्ठान आदि सेहो कएल जाइत अछि. मैथिली मे स्तरीय कविगोष्ठी करेबाक हेतु व्…

अनमोल झा केर लघुकथा 'समय'

ओहि मेडिकल कॉलेज आ अस्पतालक बगलक दबाइ दोकानमे बेस भीड़ भऽ गेल रहै. अस्पतालमे भर्ती रोगीक गारजियन सभक अपन बीमार परिजनसँ भेँट करबाक समय रहलाक कारणेँ दबाइ दोकानमे भीड़ होयब स्वभाविके छल. किएक त' जाबत, गारजियन अपन रोगीकेँ देखय आबय, ताहिसँ पहिने डॉ…

'भ्रमर'क पहिल प्रकाशित कविता 'अन्हरिया-इजोरिया'

खेला रहल छी  जीवनक प्रांगण मे सुख आ दुखक  अन्हरिया-इजोरिया  मुदा  सुख क्षणिक थीक  जखन कि  दुख थीक संगी लंगोटिया  सोचै छी बैसि कतहु कोन मे केहन अभागल  एखुनका जीवन मे सुखक इजोरिया  आ  दुखक अन्हरिया मे भागि रहलहुं अछि  दाओ पेंच लगा क…

लखनपति झा लिखलनि अछि 'मिथिलाक महिमा'

मिथिलाक इतिहास याद क' हम  मैथिल कें महान बनेने छी  पूर्वजक ज्ञान-विज्ञान सं हम  चान पर निवासक बात केने छी  गायत्री मंत्र ओ चारि दर्शन द' मिथिलाक महत्ता बतेने छी  शेष जैन ओ बौद्ध दर्शन कें  हमहीं सब बसेने छी  शास्त्र-पुराणक इजोत सं  …

'विसर्ग होइत स्वर' केर विमोचन ओ समीक्षा गोष्ठी संपन्न

युवा कवि प्रणव नार्मदेय केर पहिल पोथी कविता संग्रह 'विसर्ग होइत स्वर' केर विमोचन 15 जुलाइ कें मधुबनीक केन्द्रीय पुस्तकालय मे संपन्न भेल. एहि अवसर पर जिलाक प्रतिष्ठित साहित्यिक लोकनि उपस्थित छलाह. नवारम्भ द्वारा प्रकाशित एहि पोथीक विमोचनक …

उपन्यास 'दू धाप आगां' केर कवर दूटा स्त्री नायिका द्वारा जारी

प्रसिद्ध मैथिली कवि दिलीप कुमार झा अपन तेसर पोथी ल' क' आबि रहल छथि. पाठक लोकनि हिनक उपन्यास 'दू धाप आगां' केर बाट ताकि रहल छथि. ई उपन्यास अपन समकालीन कथा ओ विषय-वस्तु लेल सेहो चर्चा मे आबि रहल अछि. शीघ्र प्रकाश्य एहि उपन्यास मे दू…

भारत आब सबसं बेसी गरीब जनसंख्याबला देश नै अछि!

समस्त भारतवासी आ भारतप्रेमी लेल ई बड़का खुशीक बात अछि (?) जे भारत आब सबसं बेसी गरीब जनसंख्याबला देश नै रहल. आब हमरा लोकनि कें ई सामान्य ज्ञान विषयक बात जानि लेबाक चाही. एहन खुलासा एक रिपोर्टक माध्यम सं भेल अछि. गरीबी मे लगातार कमी होएबाक कारणें अपन…

हास्य कवि सम्मेलन मे शम्भू शिखर संग इस्सर देलनि प्रस्तुति

कोलकाता मैथिली क्रियाकलापक जगजियार नाम विजय इस्सर बेगूसराय जा प्रशंसित भेलाह, सम्मानित भेलाह. ई कलकतिया मैथिल लेल अबस्से एकटा जरूरी समाद अछि. भूमिजा सांस्कृतिक केंद्र केर संस्थापक विजय इस्सर कइएक दशक सं मैथिली गीत-संगीत ओ साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिव…

'भाषा-साहित्य कें बचेबा लेल गद्य लेखन जरूरी'

किछु दिन पूर्व मिथिमीडिया फाउंडर रूपेश त्योंथ मैथिली साहित्य मे युवा रचनाकार लोकनिक कवितेटा दिस झुकाओ कें अकानैत टिप्पणी केने छलाह. सोशल मीडिया पर प्रसारित ई टिप्पणी बेस वायरल भेल. हुनक चिंता पर बहुत रास कमेंट सब आएल अछि.  रूपेश त्योंथ केर टिप्…

2022 धरि ई-कॉमर्स क्षेत्रक राजस्व रहत 52 अरब डॉलर!

मोबाइल फोन आ इंटरनेट यूजर केर बढैत संख्या ई-कॉमर्स व्यवसाय लेल वरदान साबित भ' रहल अछि. साल 2017 मे देशक ऑनलाइन खुदरा कारोबारक राजस्व 25 अरब डॉलर छल. एहि मे सालाना 20.2 प्रतिशतक वृद्धिक हिसाब सं 2022 धरि 52 अरब डॉलर होएबाक उमेद कएल जा रहल अछि. …

दुनिया भरि मे प्रतिभाक भारी कमी, कंपनी सबहक बढ़ल चिंता

जेना-जेना लोकक जीवन स्तर मे सुधार भेल जा रहल छै, तेना-तेना टैलेंटेड लोकक कमी देखल जा रहल छै. एहि कें ल' जापान सबसं बेसी चिंता मे अछि. शिक्षित लोक बढ़ल अछि मुदा दीक्षित लोकक खूब अभाव देखल जा रहल अछि. एखन चीनक स्थिति तइयो आन देशक तुलना मे नीक अछि…

खेली सप्पत जा भुइयां थान!

बड रे जतन सँ हम पोसली पुता केँ, भूखे सुतली अपने मर ओकरा सुतौली खुआ केँ। अपने हम मूरुख मुदा बौआ केँ पढौली, काटि कष्ट पोथी लेल ढौआ जुटौली। देखिते हमर पूत भेल फूटि जुआन, मोने बीतल हमर कष्ट मुख पसरल मुस्कान। ओहि बेरा जिद कयलक गेल ओ असाम, महिनो…

के' अछि ओ?

के' अछि ओ?  किए ओ अबैत अछि हमर एतेक निकट जखन हमर आंखि रहैत अछि निपट.  किछु दिन सँ ने जानि किए अनेरो फिरेसान रहैत छी. दिन भरिक गुनधुन्नी केर बाद जखन निनिया केर प्रहार होइत अछि त' ने जानि कतय सँ ओ मुगदर नेने प्रकट भ' जाइत अछि. हम…

यात्रीजी केर प्रसिद्ध कविता 'नवतुरिए आबओ आगाँ...'

तीव्रगंधी तरल मोबाइल क्षणस्पंदी जीवन एक-एक सेकेंड बान्हल! स्थायी-संचारी उद्दीपन-आलंबन.... सुनियन्त्रित एक-एक भाव! परकीय-परकीया सोहाइ छइ ककरा नहि खंड प्रीतिक सोन्हगर उपायन? असहृय नहि कुमारी विधवाक सौभाग्य सहृय नहि गृही चिरकुमारक दागल ब्रह्मच…

सिमरियाधाम: घर बैसल करू हर-हर गंगे!

सिमरियाधाम मे कल-कल प्रवाहित परम पुनीता मां गंगा केर महत्व मिथिलावासी लेल बहुत बेसी रहल अछि. कवि कोकिलक गंगा प्रेम जगविदित अछि त' एकर अपन पौराणिकता अछि. मैथिल कें एतहि स्नान स्नान करब फलित होइछ. राजा जनकक मिथिला मे तीन देवी अवतरित भेल छथि. जनक…

संस्कृत विश्वविद्यालय मिथिलाक्षर मे राखत नामपट!

कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय मुख्यालय सहित स्नातकोत्तर आ एकर सब अंगीभूत व संबद्ध कालेजक नामपट आब मिथिलाक्षर मे सेहो अंकित रहत. एहि संदर्भ मे आदेश कुलपति प्रो. (डा.) सर्वनारायण झा देलनि अछि. एहि समाद सं मिथिला-मैथिली प्रेमी लोकनि मे ह…

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