मैथिलीक चिंतनशील ओ गंभीर रचनाकार मिथिलेश कुमार झा केर तेसर पोथी कविता संग्रह 'जाबत धरि सपना अछि शेष' प्राप्त भेल अछि. पोथीक भूमिका मे मिथिलेशजी फइल सं कविता आ अपन साहित्यिक यात्रा पर बात केलनि अछि. पिता स्व. विश्वनाथ झा कें समर्पित एहि संग्रहक…
मैथिली साहित्यिक स्वनामधन्य हस्ताक्षर गिरिजानन्द झा ‘अर्धनारीश्वर’ संग भेंटवार्ता एतय प्रस्तुत अछि. साहित्यिक विजय इस्सर हुनक गाम बाथ (मधेपुर, मधुबनी) मे हुनका सं भेंट क’ भाषा-साहित्य पर विस्तार सं बातचीत केलनि अछि. - - - - - - - - - प्रणाम! अपने मै…
मिथिला मे दूर्वाक्षत मंत्र (Durva Akshat Mantra) केर बड़ उपयोगिता अछि. विवाह-उपनयन आदि शुभ काज मे त' बेर-बेर दूभि-अक्षत सं आशीष देबाक विधान अछि. जिनका दूर्वाक्षत मंत्र अबैत छनि, इयाद छनि, एहन लोक समाज मे कम भेल जा रहल छथि. तखन आब इन्टरनेट पर उपल…
साहित्य अकादेमी (Sahitya Akademi) नव दिल्ली दिस सं वेबलाइन साहित्य शृंखला केर अंतर्गत ‘युवा साहिती’ कार्यक्रम केर आयोजन शुक्रदिन 9 जुलाइ 2021 कें कएल गेल. अकादेमी केर उपसचिव डॉ. एन सुरेश बाबू एहि ऑनलाइन कार्यक्रम केर संचालन केलनि. साहिती मे मैथिली भाष…
मिथिला केर विषय मे वृहद विष्णु पुराण केर मिथिला-माहात्म्य खंड मे कहल गेल अछि जे गंगा सं हिमालय मध्य 15 नदी युक्त परम पवित्र तीरभुक्ति (तिरहुत) स्थित अछि. तीरभुक्ति मिथिला सीता केर धरती निमिकानन अछि, ज्ञान केर क्षेत्र आ कृपापीठ अछि. मिथिला निष्पापा आ न…
Mithila Map - Mithila Ke Chauhaddi : प्राचीन सन्दर्भ कें देखल जाए त' दक्षिण गंगा, उत्तर हिमवन (16 योजन) आ पूब कोसी, पश्चिम गंडकी (24 योजन) मे पसरल भूखण्ड केर सबसं प्राचीन-प्रचलित नाम मिथिला अछि. वृहद विष्णु पुराण मे मिथिलाक विस्तार सम्बन्ध मे स्प…
राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर (एनआरसीएल) द्वारा लीची उत्पादक किसान लोकनि कें बाग प्रबंधन केर ट्रेनिंग देल जएबा पर विचार भेल अछि. एहि खेपक लीची केर फसल खत्म भेलाक बाद प्रशिक्षण सत्र शुरू कएल जाएत. जाहि मे विज्ञानी मृदा सं ल’ गाछक सुरक्षा च…
सिमरिया गंगा नदी केर मुख्य स्नान घाट बेस अव्यवस्थित भ’ गेल अछि. एक तरह सं घाट कें खतरनाक बताओल जा रहल अछि. एहि सं गंगा स्नान लेल जे श्रद्धालु अबै छथि, हुनका बहुत बेसी परेशानी भ’ रहल छनि. गंगा नदी तट पर कटाओ भेला सं डीएम केर निर्देश पर बाढि नियंत्रण वि…
दड़िभंगा जंक्शन कें ऐतिहासिक कामेश्वर सिंह विश्वविद्यालय भवन केर स्वरूप मे तैयार कएल गेल अछि. जंक्शन भवन केर बाहरी स्वरूप बेस देखनगर लगैत अछि. साल 2019 मे तत्कालीन डीआरएम आरके जैन एकर स्वरूप कें ल' काज करबाक योजना बनओने छलाह. 44.50 लाख टाका सं एहि …
बाड़ी भेल घरक पाछाँ विभिन्न प्रयोजने राखल गेल जगह. ई आँगन सँ अ’ढ़ रहैछ आ मुख्यतः स्त्रीगण हेतु प्रयोजनीय होइछ. एकर रकबा उपलब्ध घड़ारीक हिसाबें कम वा अधिक भऽ सकैत अछि. साबिक काल सँ स्त्रीगण हेतु स्नानक व्यवस्था बाड़ी मे रहैत आएल अछि. एहि हेतु कोनो उचित जगह…
साहित्य अकादेमी द्वारा ‘मीडिया आ साहित्य' विषय पर ऑनलाइन परिसंवाद केर आयोजन मंगलदिन 12 मइ 2021 कें भेल. दू सत्र मे आयोजित परिसंवाद केर पहिल सत्रक अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार ओ सम्पादक उदय चंद्र झा ‘विनोद’ आ दोसर सत्रक अध्यक्षता प्रसिद्ध कथाकार ए…
बांग्ला फिल्म जे साहित्य, कला, संस्कृति, इतिहास कें देखबैत अछि से अपन विशेष लय सं शुरू होइछ. यएह लय दर्शक कें जेना दोसर दुनिया मे ल’ जा क’ कैद क’ लेइत अछि. एहने एक फिल्म अछि ‘ नौकाडूबि ’. ई सिनेमा कलकत्ता सं शुरू होइछ आ काशी मे जा खतम होइत अछि. नवविवा…
तकनीकक एहि युग मे नित नूतन खोज मानव समुदाय कें तीव्र परिवर्तन दिस लेने जा रहल अछि. सूचना क्रांति केर एतेक विकास हेतै से के' सोचने छल! प्रकृति मे अपना कें अनुकूलित रखबा मे मनुक्ख जतेक सक्षम अछि, ओहि सं बेसी चैलेंज ओ अपने अपना लेल तैयार करैत रहैत अछ…