मिथिलाक मिनी देवघर अछि बेगूसराय स्थित 'बाबा हरिगिरिधाम'


Baba Harigiridham Begusarai : भगवान शंकर केर सबसं पवित्र मास सावन शुरू भ' रहल छै. बेगूसराय जिला केर उत्तरी सीमा पर गढ़पुरा प्रखंड मुख्यालय सं मात्र एक किलोमीटर दूर स्थित पवित्र पैगोडा बाबा हरिगिरिधाम (Baba Harigiridham) जे कहियो अंगूत्रप आ स्वर्णभूमि केर नाम सं प्रसिद्ध छल, आब मिथिलाक मिनी देवघर रूप मे सेहो जानल जाइत अछि. एहि शिवालयक प्रसिद्धि एहन अछि जे एतय राति-दिन विवाह अनुष्ठान होइत रहैत अछि.
 
वर्ष 2000 सं चन्द्रभाग नदी (अतिक्रमण सं विलुप्त) केर पश्चिमी तट पर अवस्थित एहि शिवालय केर वैभव व्यापक रूप सं पसरल अछि. आब हर साल दस लाख सं बेसी भक्तगण एतय जलाभिषेक करैत छथि. जखन कि एक हजार सं बेसी मुंडन, उपनयन आ विवाह सहित अन्य संस्कार होइत अछि. किंवदंती अनुसार दाह-संस्कार स्थल पर बाबा हरिगिरी नामक महात्मा द्वारा स्थापित एहि शिवलिंग कें महाकवि विद्यापति द्वारा जयमंगलागढ़ जाइत काल उगनाक संग पूजा कएल गेल छल.
 
कोनो धार्मिक पोथी मे एहि पौराणिक स्थानक स्पष्ट चर्चा नहि अछि. मुदा ब्रह्मवर्त पुराण में मंगला देवी संबंध में कएल गेल चर्चा मे कहल गेल छै जे मंगला देवी कमल दल सं पूर्ण सरोवरक बीच मे निवास करै छथि आ शिव ओतहि इशान-पूर्व दिशा मे निवास करै छथि. मंदिरक बगल मे चंद्रभाग नदी दक्षिण दिस घुमैत अछि. 

एहि सं बेसी प्रमाण रुद्रयामल तंत्र आ कालिका पुराण मे भेटैत अछि. जाहि मे कहल गेल अछि जे मिथिलाक सीमा पर शिव आबि दक्षिणायन चन्द्रभाग तट पर बसल छथि, जिनका सप्त कुंडक जल सं पूजल जाइ छनि. ओना आब मात्र दूटा कुंड बचल अछि. एहि पौराणिक स्थानक नामकरण विषय मे कहल जाइत अछि जे पहिने सघन जंगल बीच तांत्रिक आ अघोरी लोकनि निवास करैत छलाह.
 
एहि ठाम सिद्ध महात्मा सेहो कात मे बहैत चन्द्रभाग नदीक चिता भूमि पर रहैत छलाह. एहि मे हरिगिरी बाबा, तमारी बाबा आ मंधारी बाबा प्रसिद्ध छलाह आ हरिगिरी बाबा मंदिरक स्थापना कएने छलाह. एकर प्रसिद्धि मिथिला (Mithila), बंगाल, असम आओर नेपाल मे सेहो पसरल छल. आजुक समय मे हरिगिरी धाम मात्र मंदिर नहि अछि, अपितु आस्था, विश्वास, भाईचारा आ धार्मिक समन्वयक केन्द्र बनि गेल अछि.
 
सावन मास मे सिमरिया (Simariya Dham) आ झमटिया घाट सं गंडक केर पानि ल' भक्त बस, निजी वाहन आ ट्रेन सं अबैत छथि. बाबा हरिगिरी धाम सिमरिया घाट सं 57 किलोमीटर आ झमटिया घाट सं 52 किलोमीटर दूर अछि. 2015 सं बिहार राज्य मेला प्राधिकरण श्रावणी मेलाक संग-संग शिवरात्रि, माघी पूर्णिमा आ कार्तिक पूर्णिमा मेला केर आयोजन धूमधाम सं करैत अछि. (संकलित)

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