अप्पन browser अप्पन Search Engine!

आब इन्टरनेट सेहो मैथिली बजइए, मैथिली बुझइए
तखन फेर सिंटुआ, डब्लुआ आ बुचिया किए लजाइए

समस्त मैथिली भाषी हेतु ई बहुत हर्खक विषय अछि. मैथिली मे आब गोसउनिक गीते टा नहि गाओल जाइत छैक. मैथिल केर मातृभूमि ओ मायक भाखा प्रेम एखनो ओहिना बनल अछि. ओ लोकनि अपन मुंह सिया लेथु जे कनिए अवसर भेटला पर बाजि उठैत छथि जे आजुक युवा वर्ग कें मैथिली दिस सं लगाव कम भ' गेल अछि. मैथिलीक पुत्र अपन भाखा कें विश्वक समक्ष अनबा हेतु समधानल डेग उठा रहल अछि.

Google Search Engine आब मैथिली मे:
जओ अहाँ मैथिल छी, मैथिली अहाँक मातृभाषा थिक. मैथिली सँ प्रेम अछि, त' कृपया गूगल सर्च केर निम्न फॉर्मेट व्यवहार करी. एहि सँ मैथिली बढ़त, अहाँ बढ़ब, समाज बढ़त आ बढ़त ई संसार.

Besides many other scheduled Indian languages, Google search engine provides service in Maithili Language as well. User can access this service at this link-
विकिपीडिया मैथिली केर स्थापनाक बाद विदेह टीम केर प्रयास रंग जमओलक आ आबि गेल Google Search Engine मैथिली मे. एहि सफलता सं नव ऊर्जा ल' विदेह टीम आगुक काज जे संभवतः प्रारूपित होयत शुरू करत से अपेक्षा. Google Search Engine हेतु विनीत उत्पल केर चिट्ठी ककरो सं नुकायल नहि अछि. गजेन्द्र ठाकुर आ हुनक विदेह टीम निश्चय आजुक युवा मैथिल कें मैथिली सं जोड़बाक जद्दोजहद क' रहल छथि आ एहि मे सफलता सेहो भेटलनि अछि. तकनीक आ साहित्य दुनू दृष्टिये मैथिली कें मजगूत करय मे ई लोकनि नीक जकां लागल छथि.

Internet Browser आब मैथिली मे:
की अहाँ मैथिल छी? अहाँक मातृभाषा मैथिली अछि??
एकर उत्तर जाओं हँ अछि त' पुनः एकटा प्रश्न —
अहाँ कोन इन्टरनेट ब्राउजर प्रयोग करैत छी ???
Firefox 11.0 मैथिली Version प्रयोग करी, अलगे आनंद आओत.

कहय वला सेहो अपन जीह कें सुस्ताय लेल कहि दी जे मात्र दरिभंगा-मधुबन्नीक लोक कें मैथिली सं मोह छैक आ मिथिलाक आन क्षेत्रक लोक मे आब ओ प्रेम नहि रहलैक. मधेपुराक राजेश रंजन केर नेतृत्व मे संगीता कुमारी, राकेश रोशन आ प्रतिभा कुमारी आदि डेवलपर सभक प्रयास सं फ़ायरफ़ॉक्स केर मैथिली संस्करण हमरा सभ हेतु उपलब्ध भ' सकल अछि. ई लोकनि सेहो धन्यवादक पात्र छथि. संगहि एहि सं ई सनेस सेहो भेटैत अछि जे मैथिल जे जतय जाहि काज मे लागल छी, मैथिली हेतु किछु प्रयास करैत जाऊ, निश्चय चान पर पहुंची वा नहि मुदा चान छुबाक हौसला त' अछिए अपना सभ मे. जय मैथिली! 

— रूपेश त्योंथ 
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