बेगूसराय केर धरती साहित्य रत्न सँ भरल-पूरल अछि. दिनकर जहिना भारतीय साहित्य कें आलोकित केलनि, ओहिना फजलुर रहमान हाशमी (1940-2011) मैथिली भाषा कें अपन अनुपम लेखनी सँ सिक्त केलनि. भवानंदपुर गाम केर निवासी हाशमी अपन लेखनी सँ मैथिली भाषा-साहित्य मे सुनाम अर्जित केलनि.
फजलुर रहमान हाशमी (Fazrul Rahman Hashami) भारतीय-दर्शन आ वैदिक-साहित्य केर नीक अध्ययन केने छलाह. हिनक काव्य-रचना मे अनेक पौराणिक-प्रसंग प्रमुखता सँ देखबा मे अबैत अछि. हाशमी साहित्यिक मंच केर कुशल आ लोकप्रिय संचालक छलाह. मिथिलाक माटि-पानि सँ हिनक लगाओ ततेक छलनि जे भूमिजा सीता कें केंद्र मे रखैत रचना केलनि.
मैथिली भाषा कें व्यापक दृष्टि सँ समृद्ध केनिहार हाशमी एक उदाहरण प्रस्तुत केलनि जे भाषा जाति-धर्म केर नै, अपितु भूमि सँ जुड़ल होइत अछि. हिमालय सँ ल' गंगाधरिक भूमि मे पसरल मिथिला केर समस्त जनमानस केर भाषा मैथिली वा ओकर उपभाषा सब अछि.
मैथिली मे हिनक पहिल पोथी 'हरवाहक बेटी' प्रकाशित भेल छल जाहि मे माँ सीता केर बनवास-प्रसंग मुक्तक काव्य रूप मे लिखल गेल अछि. दोसर कविता संग्रह 'निरमोही' नाम सँ प्रकाशित भेल छलनि. हिनक कविता सब मैट्रिक, इंटर आ बीए केर पाठ्यक्रम मे शामिल कएल गेल. मैथिली हिनक परिचिती बनि गेल छलनि, जखन कि ओ उर्दू आ हिन्दी साहित्य मे सेहो रचना माध्यम सँ योगदान करैत छलाह.
हिनक साधना-समर्पण ओ प्रतिभा कें मिथिलाभरि मे खूब सम्मान सँ देखल जाइत अछि. मैथिली भाषा मे हिनक योगदान कें देखैत हिनका साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार (2002) सँ सम्मानित कएल गेलनि. ओतहि हाशमी साहित्य अकादेमी मैथिली सलाहकार समिति केर सदस्य सेहो बनाओल गेल छलाह. संस्कृत विश्वविद्यालय (दरभंगा) दिस सँ हिनका आचार्य केर उपाधि भेटल छल.
आचार्य हाशमी साहित्य अकादेमी दिस सँ अंग्रेजी, हिन्दी आ उर्दू भाषा केर अनेक किताब कें मैथिली भाषा मे अनुवाद केने छथि. जाहि मे मीर तकी मीर, फिराक गोरखपुरी आ अबुल कलाम आजाद आदि महत्वपूर्ण अछि.
मैथिली भाषा मे हिनक मौलिक प्रकाशित कृति:
1. हरवाहक बेटी (खंडकाव्य)
2. निर्मोही (कविता संग्रह)
2. निर्मोही (कविता संग्रह)
मैथिली भाषा मे अनुवादित प्रकाशित कृति:
1. अब्दुल कलाम आजाद (अनुवाद - साहित्य अकादेमी)
2. मीर तकी मीर (अनुवाद - साहित्य अकादेमी)
3. फिराक गोरखपुरी (अनुवाद - साहित्य अकादेमी)
1. अब्दुल कलाम आजाद (अनुवाद - साहित्य अकादेमी)
2. मीर तकी मीर (अनुवाद - साहित्य अकादेमी)
3. फिराक गोरखपुरी (अनुवाद - साहित्य अकादेमी)
हिन्दी भाषा मे मौलिक प्रकाशित कृति:
1. रश्मि रशि (कविता संग्रह)
2. मेरी नींद तुम्हारे सपने (गजल संग्रह)
1. रश्मि रशि (कविता संग्रह)
2. मेरी नींद तुम्हारे सपने (गजल संग्रह)
मिथिलाक एहि महान कलमकार केर पुण्यतिथि पर हिनक किछु पांति पढ़ैत श्रद्धांजलि अर्पित करैत छी. मिथिला समाजक तत्कालीन आर्थिक विपन्नता कें देखैत हाशमी लिखैत छथि —
पुत्रक आवाजसँ करेजा कांपि गेल
राशन नहि छैक बाबू
भिनसरसँ भूखले छी
आ हम गमछी कान्ह पर राखि कs
बढि रहल छी दोकान दिस
उधारक खातिर
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प्रस्तुतिः मिथिमीडिया संपादकीय विभाग