
ज्ञात हो जे कोकिल मंचक स्थापना 1989मे मूलत: सांस्कृतिक गतिविधिक ध्यानमे केन्द्रित करबाक उद्देश्य सं कयल गेल छल. मंच कुल 30 गोट मैथिलीक मौलिक आ अनुदित नाटकक मंचन गंगा झाक सफ़ल निर्देशनमे कलकत्ता सं मिथिला धरि निरंतर सफ़लतापूर्वक करैत रहल अछि. किछु दिन पहिने कोलकाता मिथियात्रीक-झंकार द्वारा मैथिली नाटक 'शेष नइ' केर सफ़ल मंचन भेल छल आ दर्शक लोकनिकवाहवाही बटोरबा मे सफ़लता भेटल छल. आशा कयल जा रहल अछि निस्सन नाट्य-निर्देशक गंगा झाक निर्देशनक बसात आ माजल रंगकर्मी लोकनिक अभिनय करामात 'पातक मनुक्ख' कें खूब डोलायत. (Report : भास्कर झा)
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