Home
About
Contact
NEWS
REVIEWS
INTERVIEWS
ARTICLES
MiPRIME
// SUBSCRIBE //
Home
साहित्य
विद्यापति कवि तुअ पद सेवक, पुत्र बिसरि जुनि माता
विद्यापति कवि तुअ पद सेवक, पुत्र बिसरि जुनि माता
MithiMedia
October 24, 2012
मधुबनी जिलाक त्योंथागढ़ अवस्थित मां महाकाली मंदिर
जय जय भैरवि असुर-भयाउनि
पशुपति - भामिनी माया
सहज सुमति वर दिअ हे गोसाउनि
अनुगत गति तुअ पाया
वासर रैन शवासन शोभित
चरण चन्द्रमणि चूडा
कतओक दैत्य मारि मुख मेलल
कतओं उगिलि कैल कूड़ा
सामर वरन नयन अनुरंजित
जलद जोग फूल कोका
कट कट विकट ओठ फुट पाँड़रि
लिधुर फेन उठ फोका
घन घन घनन नुपुर कत बाजय
हन हन कर तुअ काता
विद्यापति कवि तुअ पद सेवक
पुत्र बिसरि जुनि माता
साहित्य
Connect
ADVERTISEMENT
Download
Popular Posts
राज्यसभा मे क्षेत्रीय भाषाक उपयोग 5 गुन्ना बढ़ल, मैथिली कतए?
मिथिला कें व्यापक परिप्रेक्ष्य मे जनबाक आग्रही 'प्रणव नार्मदेय'
अग्निजीवी काव्यधाराक प्रमुख हस्ताक्षर 'राम लोचन ठाकुर'
मिथिलाक संस्कृति मे भनसाघर - Mithila Kitchen
राजकमलक कथा पर बनल अछि फिल्म ललका पाग
अभिनव विद्यापति कविचूड़ामणि काशीकान्त मिश्र 'मधुप'
विश्वास अछि जे नाटकक स्थिति सुधरतै : गुणनाथ झा
प्रणव नार्मदेय केर कविता 'पेस-पीस-स्पेस'
विद्यापति गीत: के' पतिआ लए जाएत रे
गाम सं भागल जा रहल अछि नाटक : अरविन्द अक्कू
SUBSCRIBE
मिथिमीडिया न्यूजलेटर प्राप्त करी
*
indicates required
Email Address
*
Categories
Video
आलेख
कला-संस्कृति
टिप्पणी
नेना-भुटका
पावनि-तिहार
पोथी-पतरा
व्यंग्य
साक्षात्कार
साहित्य
सिनेमा
हालचाल
ADVERTISEMENT
Connect