
उपरोक्त साहित्यकार लोकनि पर बेसी सामग्री उपलब्ध नै छै, एहन चर्चा साहित्यिकार लोकनिक मध्य अछि. जओ कतहु सामग्री हेतैक त' से एहि संगोष्ठीमे सोझाँ आबि जेतैक. एहि गोष्ठीक महत्व एहू लेल बढि गेल छै. एहि अवसर पर अकादेमी द्वारा प्रकाशित साहित्य सस्त मोल पर उपलब्ध रहत. पोथी प्रेमी लेल ई खुशखबरी अछि.