'भाषा, साहित्यक नाममे व्यक्तिगत विरोधप्रति चिन्ता'

जनकपुर. मैथिली साहित्यकारसभक एकटा महत्वपूर्ण बैठक विगत किछु समय एम्हरसं मैथिली साहित्यक नाममे होइत व्यक्तिगत विरोध, आलोचना, गुटबन्दीकें तत्काल निरस्त करबाक निर्णय करैत भाषा, साहित्यक विकासक लेल एकबद्ध भ' प्रतिबद्धतापूर्वक लगबाक निर्णय कएल गेल अछि. उक्त जमघट जनकपुरमे रहल मैथिली साहित्य परिषदक निष्क्रियताक प्रति चिन्ता व्यक्त करैत तत्काल सक्रिय करएबाक आह्वान कएलनि अछि त' जओं से नहि भेल त' संस्थापक आ आजीवन सदस्यसभ एकजुट भ' एकरा पुनर्जीवन देबाक धारणा सेहो सार्वजनिक कएलनि अछि. तहिना जनकपुरमे संचालित मैथिली विकास कोष, विद्यापति पुरस्कार कोषकें पारदर्शी, समावेशी आ विवादरहित बनएबापर जोड देइत मैथिली भाषा, साहित्यक सर्वतोमुखी विकासकसंग एहन संस्थाकें जोडि क' राखल जएबाक निर्णय सेहो कएलक अछि.
आगामी सितम्बर धरि पटनामे आयोजना होबबला ‘मैथिली साहित्य उत्सव’मे नेपालक उचित प्रतिनिधित्व निर्धारण करब, कार्यक्रममे समन्वय करब आ नेपालमे आयोजनकाल तकर व्यवस्थापन करबाकहेतु साहित्यकार रामभरोस कापडि ‘भ्रमर’क संयोजकत्वमे सात सदस्यीय व्यवस्थापन समितिक गठन कएल गेल अछि. उक्त समितिमे डा. राजेन्द्र प्रसाद विमल, डा. रेवती रमण लाल, डा. पशुपतिनाथ झा, अयोध्यानाथ चौधरी, रीतेश कुमार साह, सदस्य आ कथाकार राजाराम सिंह राठौरकें सदस्य सचिव राखल गेल अछि.
नेपालमे मैथिली साहित्यमे सक्रिय डा. धीरेन्द्र बादक दोसर पुश्तक साहित्यकारसभक ई बैठक द्वारा निर्धारण कएल गेल मैथिली साहित्य उत्सव, नेपालक व्यवस्थापन समिति नियमित रूपमे साहित्य गोष्ठी, विचार गोष्ठीसभ करत से निर्णय सेहो कएलक अछि. एकर आन विस्तृत कार्य नीतिसभ बादमे तैयार क' लागू कएल जाएत से बात सदस्य सचिव राठौर बतौलनि. साहित्यकारसभक बीच मनोमालिन्य उत्पन्न करा अपन स्वार्थ सिद्ध करबाक प्रवृति प्रति चिंता व्यक्त करैत प्रेम सदभावक वातावरण बनाओल जएबाक बात सेहो राठौर बतौलनि.
जनकपुरधाम वार्ड नं. १ स्थित जनकपुर ललित कला प्रतिष्ठानक कार्यकक्षमे सम्पन्न बैठकमे डा. राजेन्द्र प्रसाद विमल, डा. रेवती रमण लाल, डा.रामावतार यादव, डा. पशुपतिनाथ झा, अयोध्यानाथ चौधरी, रीतेश साह, राजाराम सिंह राठौर आ प्रतिष्ठानका अध्यक्ष रामभरोस कापडि ‘भ्रमर’क उपस्थिति छल.
(Report:  मिथिमीडिया ब्यूरो)
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