अलख जगओलक 'गाम नै सुतैइयै'

नव दिल्ली. मलंगिया नाट्य महोत्सवक सफल आयोजन हेतु आयोजन समिति (मैलोरंगक) कार्यकर्ता लोकनि सुचारू रूप सं कार्यक्रमक संचालन हेतु अपस्यांत देखबा मे अयलाह. दिल्लीक शीतलहरीक बिनु कोनो परवाह केने आ यत्र-तत्र बाट जाम कें फनैत मैथिली भाषा आ संस्कृति प्रेमी अर्थात दिल्ली मे रहनिहार नाटक प्रेमीक महीनो पूर्वक नियार आइ सार्थक होइत देखबा मे आयल. प्रेक्षकक उपस्थिति सं प्रेक्षागृह मे बजैत थोपड़ी भाषानुरागी मैथिलक पहिचान करब' मे कतहु नहि चूकल. विधिवत उदघाटन समारोहक पश्चात आजुक नाटक 'गाम नै सुतैइयै' केर संग श्री गणेश भेल. एहि नाटकक मंचन केर जिम्मा लेने छलाह 'पंचकोसी (सहरसा)' रंगमंडल केर रंगकर्मी लोकनि जकर निर्देशन केने छलाह युवा निर्देशक उत्पल झा. मात्र जिम्मेटा नहि अपितु एकरा समस्त कलाकार लोकनि अपन-अपन चरित्र कें बेस इमानदारीपूर्वक निर्वाह करैत जे प्रस्तुति देलनि ओ कहबा जोग नहि बल्कि देखबा जोग छल. निर्देशक उत्पल झा प्रायः बहुतो भाषा मे माने करीब तीसटा बेसी नाटकक निर्देशन क' चुकल छथि आ जखन हुनक अनुभव केर सम्बन्ध मे पूछल गेल त' कहलनि जे हम प्रायः अंग्रेजी, हिन्दी, असमिया आदि भाषा मे निर्देशन केलहुं अछि मुदा जे आनंद अप्पन मैथिली मे भेटैत अछि ओ आन भाषा मे कत' पाबी.
एहि नाटक कें सफल बनेबा मे जाहि कलाकार लोकनिक अमूल्य योगदान अछि हुनक नाम अछि—अमित कुमार, मो.शहंशाह, मिथुन कुमार, श्याम किशोर कामत, नितिन कुमार पोद्दार, विकास भारती, मनीष कुमार पाठक, सोनू कुमार, अभय कुमार मनोज, संतोष कुमार मिश्र, श्वेता कुमारी, ऋषभ कुमार, सुबोध कुमार पोद्दार, आदित्य आनंद, अजय कुमार, राम कुमार, रूपम श्री आ खुशबू कुमारी. मंच संचालनक जिम्मा सम्हारने छलाह स्वयं मैलोरंगक निदेशक प्रकाश झा. प्रथम दिनक आयोजन निश्चित रूपे सफल रहल. पंचदिवसीय मलंगिया नाट्य महोत्सवक दोसर दिन माने 27 दिसंबर 2012 केर सांझ 6 बजे सं श्रीराम सेंटर, मण्डी हाउस, नव दिल्ली मे स्थानीय संस्था मिथिलांगन द्वारा संजय चौधरी केर निर्देशन मे महेंद्र  मलंगिया लिखित नाटक 'छुतहा घैल' केर मंचन कयल जायत. (Report/Photo: मनीष झा 'बौआभाइ')
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