संपर्क (कोलकाता) क जनवरी मासक बैसार आयोजित भेल। बेरूपहर 4 बजेसँ प्रोग्रेसिभ हाॅल (विवेकानंद रोड) मे आयोजित ई बैसार दू सत्रमे भेल। पहिल सत्रमे श्रद्धेय रामलोचन ठाकुर पर केंद्रित पोथी "रामलोचन ठाकुर (व्यक्तित्व ओ कृतित्व)" केर विमोचन आ दोसर सत्रमे संपर्कक नियमित बैसार भेल जाहिमे रचनाकार लोकनि अपन-अपन नव रचनाक पाठ करैत गेलाह।
कार्यक्रमक आरंभमे रामलोचन जीक मढ़ाओल फोटो पर माल्यार्पण कऽ अपन भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित केलनि रामलोचन जीक पत्नी श्रीमती सीता ठाकुर। तत्पश्चात उपस्थित समस्त गोटे ठाकुर जीकेँ पुष्पांजलि अर्पित केलनि। एहि विमोचन सत्रक अध्यक्षता केलनि प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं नामी साहित्यकार डाक्टर योगेन्द्र पाठक वियोगी। आसन ग्रहणक बाद मंचासीन लोकनिक स्वागत पुष्पगुच्छसँ कएल गेल। स्वागतक बाद श्री नवीन चौधरी जीक संपादनमे संपर्क द्वारा प्रकाशित पोथी "रामलोचन ठाकुर (व्यक्तित्व ओ कृतित्व)"क विमोचन श्रीमती सीता ठाकुर केलनि। एहि अवसर पर 'देसकोस'क संपादनसँ जुड़ल वयोवृद्ध मैथिलीसेवी श्री सत्यनारायण झा रामलोचन जीक व्यक्तित्व ओ क्रियाकलाप संदर्भित अपन उद्गार प्रस्तुत केलनि। मधुबनीसँ आएल प्रसिद्ध मैथिली अभियानी ओ साहित्यकार श्री दिलीप कुमार झा विमोचित पोथी पर अपन मंतव्य रखलनि। एहि पोथीक संपादक तथा प्रसिद्ध साहित्यकार श्री नवीन चौधरी अपन संस्मरण सुनबैत भावविह्वल भऽ गेलाह। एहि पोथीक हेतु सामग्रीक ओरियानमे ओ श्री केदार कानन एवं श्री नचिकेताक सहयोगकेँ सेहो रेखांकित केलनि। श्रीमती सीता ठाकुर अपन भावपूर्ण आशीर्वचन देलनि। अध्यक्षीय वक्तव्यमे वियोगी जी एहि पोथीक संकलन ओ प्रकाशन संदर्भित अपन अनुभव आ उद्गार व्यक्त केलनि।
दोसर सत्रक अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार श्री लक्ष्मण झा सागर केलनि। पुष्पगुच्छसँ हुनक स्वागत कएल गेल। एहि सत्रमे संपर्कक नियमित मासिक बैसार भेल जाहिमे रचनाकार लोकनि अपन-अपन नव आ अप्रकाशित रचनाक पाठ करैत गेलाह। एहिमे श्रीमती रंजना झा (कविता), श्रीमती नीलम झा (कविता), श्रीमती हिमाद्रि मिश्र (गीत), सर्वश्री विजय ठाकुर (कविता), श्रवण कुमार (कविता), मायानंद मिश्र (कविता), संदीप कुमार झा प्रदीप (कविता), अशोक झा भोली (गीत), पवन कुमार मिश्र (कविता), नवोनाथ झा (गीत), कामेश्वर झा कमल (कविता), चंदन कुमार झा (कविता), विजय इस्सर वत्स (कविता), अमरनाथ झा भारती (कविता), पवन कुमार झा 'गुमनाम फरिश्ता' (गजल), राजीव रंजन मिश्र (गजल), संतोष कुमार झा (कविता), अनमोल झा (लघुकथा), विद्यानंद झा (कविता) तथा लक्ष्मण झा सागर (कविता) सम्मिलित भेलाह। दुनू सत्रक संचालन श्री मिथिलेश कुमार झा केलनि। एहि सत्रमे माँजल रंगकर्मी श्रीमती किरण झा आर्द्र स्वरें ठाकुर जीक प्रति अपन उद्गार व्यक्त करैत कहलनि जे रामलोचन जी आ नबोनारायण जी हमरा मैथिली मंच पर अनलनि। श्री रमाकान्त झा अपन उद्गारमे ठाकुर जीक सहयोगी प्रवृत्तिक उल्लेख केलनि।
संपर्क द्वारा प्रकाशित ई पहिल पोथी छल। पोथी जिनका पर केंद्रित अछि, विमोचन हुनक पत्नीक हाथे भेल। एहि आयोजनमे कोलकाताक प्रायः समस्त साहित्यकार उपस्थित भेलाह। प्रायः दू गाही एहन साहित्यकार अपन रचनाक पाठ केलनि जे संपर्कमे पहिल बेर उपस्थित भेल छलाह। माने, कइएक दृष्टिएँ ई आयोजन मैथिली - जगतमे ऐतिहासिक भेल। तीस बर्खसँ बेसी पुरान 'संपर्क' अपन सूत्रधारक प्रति कृतज्ञ भेल आ एकटा उदाहरण प्रस्तुत केलक। एहिसँ अगिला खाढ़ी सेहो प्रेरणा ग्रहण करत।
पोथीकेँ परिकल्पित सरूप देबामे सहयोगीक रूपमे सदति मन राखल जेताह सर्वश्री वियोगी जी, केदार कानन, नचिकेता, दयाशंकर मिश्र आदि। श्री नबोनारायण जी पोथीक ओरियानसँ विमोचन धरि निरंतर संग रहलाह। विमोचन कार्यक्रमकेँ सफल बनेबा हेतु दत्त-चित्तसँ काज केलनि श्री विजय इस्सर जी। श्री रूपेश त्योंथ जी मिथिमीडियाक माध्यमे पूरा कार्यक्रमक जीवंत प्रसारण कऽ महत्वपूर्ण उपकार केलनि। महानगरीय व्यस्त जीवनक अछैतहु अपन महत्वपूर्ण उपस्थितिसँ आरो जे लोकनि धन्य केलनि ताहिमे प्रमुख रहथि सर्वश्री अश्विनी झा, संतोष मिश्र, रत्नेश्वर झा, गंगा झा, विनयभूषण, शम्भुनाथ झा, दिनेश मिश्र, प्रेम नारायण झा, अमलेस साव आदि।