
सम्मान ग्रहण करैत प्राज्ञ भ्रमर मैथिली आ नेपाल भाषाक सम्बन्ध मध्यकालेसँ निरन्तर रहल आ मैथिली भाषा साहित्यक अनेको प्राचीन अभिलेखसभ नेवारी लिपिक विभिन्न संग्रहमे संग्रहित रहल बतौलनि. राज्य पक्षसँ अन्यायमे पडल अन्य भाषा संगहि ई दुनू भाषासभ अपन अस्तित्वक रक्षाकेँ लेल निरन्तर संघर्षरत रहल सेहो बतौलनि. विक्रम सम्बत २००७ सालमे स्थापित नेवारी भाषा साहित्यक अग्रणी संस्था नेपाल भाषा परिषदसँ मैथिली भाषाक साहित्यकारकेँ प्रदान कएल गेल ई सम्मान पहिल बेर अछि.
ओहि अवसर पर नेपाल सम्बत ११३२क भाषाथुवा पुरस्कार प्रा. प्रेम शान्ति तुलाधर, २५ हजार राशिक चित्तधर सिरपा पुरस्कार गायक भृगुराम श्रेष्ठ, १५ हजार राशिक ठाकुर लाल सिरपा पुरस्कार निबन्धकार सुरेन्द्र मान श्रेष्ठ आ मोतीलाल सिरपा पुरस्कारसँ अन्तराष्ट्रीय भिक्षु संघकेँ सेहो सम्मान कएल गेल छल. ओहि समारोहमे परिषदक उपाध्यक्ष प्रा. शुवर्ण शाक्य, महासचिव नवीन्द्रराज जोशी, परिषदक सदस्य नरेशविर शाक्य सहित वक्तासभ मातृभाषाक साहित्यमे योगदान देनिहार संघ संस्थाकेँ राज्य बेवास्ता करबाक क्रम गणतन्त्र अएलाकबादो नहि रुकल प्रति चिन्ता व्यक्त कयलनि. (Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)