'गामे खटबै, कहुना रहबै...नै जेबै परदेस'


कोरोना संकट सं बचबाक लेल लॉकडाउन कएल गेल. मुदा जहिना लॉकडाउन घोषित भेल, हेंजक हेंज मजदूर देशक राजधानी दिल्ली सं गाम दिस विदा भ' गेलाह. बिनु दाना-पानी, साधन-सुविधा कें पएरे जेना-तेना बाले-बच्चे सड़क पर सैकड़ो किलोमीटर दूर अपन गाम अपन ठाम पहुंचबा लेल मजदूर लोकनि कें एना सड़क पर उतरब अप्रत्याशित छल. नीति-नियंता लोकनि जे सोचनहुं ने होएताह से एक विकराल समस्या जकां मुंह बौने ठाढ़ छल.

एहि सं एक दिस देशक जे व्यवस्था अछि तकर कतेको खामी सोझां आएल. पलायन करैत मजदूर वर्गक लोक मे बेसी भाग मिथिला सं छल जे बिहारी मजदूर रूपें लोकक धियान आकर्षित केलक. देशभरि मे ई आम धारणा छै जे मजदूर माने बिहारी मजदूर, कारण बिहारक अधिसंख्य लोक बाहर मजदूरी करबा लेल जाइत छथि. जें कि बिहारो मे बेसी भू-भाग ओ जनसंख्या मिथिला क्षेत्रक अछि त' ओहि हिसाब सं मैथिल मजदूर बेसी रहैत अछि.

सोशल मीडिया पर मोबाइल लेने बात करैत बिलखैत एकटा मजदूरक फोटो खूब वायरल भेल. टीवी, अखबार हो वा डिजिटल मीडिया सब एहि फोटो कें प्रतीक फोटो रूप मे यूज केलनि. ई मजदूर केओ आओर नै बल्कि बेगूसराय केर रामपुकार पंडित (38) छथि. ओ जखन दिल्ली मे गाम जेबाक लेल सड़क पर निकलल छलाह त' पीटीआइ फोटो पत्रकार अतुल यादव हुनक फोन पर बतियाइत फोटो लेने छलाह जे देखिते-देखिते वायरल भ’ गेलै.

असल मे रामपुकार अपन परिजन सब सं मोबाइल पर बात करैत छाती फाड़ि क’ कानि रहल छलाह. गाम पर हुनक साल भरिक बेटाक निधन भेल छलनि आ तैं ओ गाम जेबाक लेल विदा भ’ गेल छलाह. ओ जल्द सं जल्द अपन बेटी आ पत्नी सं भेंट करए चाहैत छलाह.
 
आब रामपुकार अपन गाम पहुंचि गेलाह अछि मुदा हुनका क्वारेंटाइन मे राखल गेल अछि. पहिने त’ यूपी बॉर्डर पर हुनका रोकल गेलनि फेर 15 मई कें श्रमिक स्पेशल ट्रेन सं दरभंगा आ फेर अपन प्रखंड खोदावनपुर मे बनल क्वारंटीन सेंटर मे पहुंचाओल गेलनि. रामपुकार कहैत छथि जे हुनका संगे बाट मे छिनताई आ जबरदस्ती सेहो भेलनि मुदा एक महिला  भोजन आ 5500 टाका द’ मदति केलकनि. एतबे नै, हुनका टिकट सेहो करा देलकनि जाहि सं ओ गाम पहुंचि सकलाह.

बीबीसी रिपोर्ट कहैत अछि जे रामपुकार कें मदति केनिहारि महिला एक सामाजिक कार्यकर्ता छथि. हिनक नाओ सलमा फ्रांसिस छनि. रामपुकार केर जे तस्वीर प्रवासी मजदूर केर व्यथा-कथा कहैत अछि से रामपुकार अपने एखन धरि नै देखलनि अछि. सालभरिक मुइलो बेटाक मुंह नै देखि सकल रामपुकार तीन बेटी आ अपन पत्नीक संग आब गामे मे कहुना दिन कटबाक बात करैत छथि...आब नै जेबै डिल्ली, गामे खटबै, कहुना रहबै...नै जेबै परदेस!
 
— रूपेश त्योंथ

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रूपेश त्योंथ मैथिलीक सुपरिचित कवि, स्तम्भकार ओ सम्पादक छथि. हिनक जन्म मिथिलाक मधुबनी जिला अन्तर्गत त्योंथागढ़ गाम मे भेल छलनि. वृत्ति सँ आइटी प्रोफेशनल रूपेश वर्तमान मे कोलकाता मे निवास करैत छथि तथा मैथिली क्रियाकलाप आ लेखन मे सक्रिय छथि. रूपेश मिथिमीडिया केर संस्थापक-सम्पादक छथि.
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