'अकासतर बैसकी' दोसर साल मे, चंदन नबका संयोजक


मैथिली कविताक धारावाहिक गोष्ठी 'अकासतर बैसकी' दोसर साल मे प्रवेश केलक अछि. कलकत्ताक नंदन प्रांगण मे नबका सालक पहिल बैसकी रवि (10 जनवरी 2016) कें आयोजित भेल. ई वएह स्थान अछि जतय सं पहिल बैसकी शुरू भेल छल.

प्रख्यात साहित्यिक 'चंद्रेश' केर अध्यक्षता मे आयोजित बैसकी मे उमाकांत झा बक्शी, नबोनारायण मिश्र, राजीव रंजन मिश्र, भास्करानन्द झा भास्कर, आमोद कुमार झा, विजय इस्सर, संजय ठाकुर, रंजीत कुमार झा पप्पू, चंदनकुमार झा, प्रशांत कुमार ठाकुर, अमित कुमार झा, रूपेश त्योंथ आदि लोकनि कविता पढ़लनि, त' अश्विनी कुमार तिवारी केर कविता सेहो प्रस्तुत कएल गेल.

साहित्यकार राजमोहन झा ओ गुणनाथ झा केर निधन पर शोक प्रकट कएल गेल. काव्यपाठ शुरू होमय सं पहिने साहित्यिक 'चंद्रेश' मैथिली कविताक वर्त्तमान स्थिति पर इजोत देलनि.


साल 2016 हेतु सर्वसम्मति सं युवा कवि चंदनकुमार झा कें बैसकीक नबका संयोजक मनोनीत कएल गेल. संगहि एकटा 5 सदस्यीय एडवाइजरी बोर्ड सेहो गठित भेल जे गोष्ठीक वैधता, संचालन आदि पर नजरि राखत आ समय-समय पर एकर विकास ओ व्यवस्थाक समीक्षा करत. एडवाइजरी बोर्ड मे राजीव रंजन मिश्र, भास्करानन्द झा भास्कर, मनोज शांडिल्य (हैदराबाद), चंदनकुमार झा ओ रूपेश त्योंथ कें राखल गेल अछि.

संयोजक रूपेश त्योंथ नबका संयोजक चंदनकुमार झा कें शपथपत्र पर हस्ताक्षरक संग रिकार्ड पुस्तिका सौंपलनि. संचालन भास्करानन्द झा भास्कर केलनि.

रिपोर्ट : मिथिमीडिया ब्यूरो  
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