एक अभिनव प्रयोग: पाठक कें सम्मान


सर्वत्र लेखक सम्मानित होइत छथि, प्रकाशकें अर्थ आ प्रतिष्ठा-लाभ होइत छनि. मुदा, जाहि आधारपर ओ सब यश आ अर्थ-लाभ करैत छथि,  ओहि पाठकवर्गकेँ केओ नहि जनैत अछि, ने केओ पुछैत छनि. गत किछु दशकमे पोथी पढ़बाक प्रवृत्ति कमल अछि. इंटरनेट ओहिमे आर सहायक भेलैक अछि.

एहि सभकेँ देखैत ‘यदुनाथ सार्वजनिक पुस्तकालय’(लालगंज, सरिसब-पाही, मधुबनी) मैथिली एवं संस्कृतक विशिष्ट साहित्यकार जे. वी.एम. संस्कृत कालेज, मुम्बइक पूर्व प्रधानाचार्य पं. श्यामानन्दझा(1906-1949ई)क स्मृतिमे पाठककेँ सम्मानित करब आरम्भ कएलक अछि. एहि योजनाक अन्तर्गत पुस्तकालयसँ निर्गत सर्वाधिक पोथी पढ़निहारकेँ प्रत्येक वर्ष एकैस सए एक टाका, अंगवस्त्र आ प्रशस्तिपत्रक संग सम्मानित कएल जएतनि. पहिल ‘पं. श्यामानन्दझा स्मृति-पाठक-सम्मान’ समारोहक आयोजन 27 जुलाइ, 2015केँ, पं.झाक एकसए दशम जन्मदिनक अवसरपर पुस्तकालय परिसरमे भेल. 

उक्त अवसरपर साहित्य अकादमीसँ पुरस्कृत डा. रामजी ठाकुर, वर्ष 2014मे सर्वाधिक पोथी पढनिहार श्रीउमानाथ मिश्रकेँ सम्मानित कएलनि. मुख्य अतिथि छलाह राष्ट्रपतिसँ सम्मानित डा. किशोरनाथ झा. कार्यक्रमक आरम्भ शिवानी कुमारी द्वारा श्यामानन्द झाक संस्कृत आ मैथिली रचनाक गायन/पाठसँ भेल. नीतू कुमारी हुनक व्यवहारिक गीत प्रस्तुत कएलनि. प्रो. विश्वेश्वर मिश्र, डा.यशोदानाथ झा, अमल कुमार झा, शैलेन्द्र आनन्द, डा. शिवशंकर श्रीनिवास, डा.रमानन्द झा‘रमण’क संग परिसरक गणमान्य व्यक्ति मैथिली आ संस्कृत साहित्यमे पं. श्यामानन्द झाक अवदान एवं साहित्यक प्रचार-प्रसारमे पाठकक महत्त्वपर पर विचार व्यक्त कएल. 

पुस्तकालय-प्रभारी मदन कामति जनौलनि जे एहि सम्मानक निर्णयक घोषणाक उपरान्त पोथी पढ़बाक प्रतिस्पर्द्धा बढ़ि गेल अछि. पुस्तकालयक अध्यक्ष, पं. जीवनाथ मिश्र ‘यदुनाथ सार्वजनिक पुस्तकालय’ द्वारा ग्रामीण-क्षेत्रमे विद्या-प्रचार आ युवावर्गक सक्रियताक लेल कएल जाइत प्रयासक जनतबक संग स्वागत कएल. प्रो. अशर्फी कामति धन्यवाद ज्ञापन कएलनि.

(रिपोर्ट-फोटो : रामानंद झा 'रमण')
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