कौखन विस्मय कौखन हर्ख, खूब जमल संपर्क


कलकत्ता : मैथिली मासिक साहित्यिक गोष्ठी 'संपर्क'क बैसार विगत रविकें सांझ 6 बजेसं मध्य कोलकाता स्थित नवीन प्रकाशन कार्यालयमे भेल. गोष्ठीक अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार नवीन चौधरी केलनि. गोष्ठीमे दड़िभंगासं आएल साहित्यकार चंद्रेश सेहो भाग लेलनि. विभिन्न विषयक विमर्श ओ चर्च-बर्च भेल. एहि अवसर पर शहरक सक्रिय साहित्यकार लोकनि उपस्थित भेलाह. पढ़ल गेल रचना पर त्वरित टिप्पणी लेल चिन्हल जाइत एहि गोष्ठीमे मैथिली साहित्यकार ओ वैज्ञानिक डॉ. योगेन्द्र पाठक 'वियोगी' सेहो भाग लेलनि.

गोष्ठीमे युवा साहित्यकार चन्दन कुमार झा ओ रूपेश त्योंथ अपन कविता पढ़लनि त' अनमोल झा लघुकथा, मिथिलेश कुमार झा निबंध प्रस्तुत कएलनि. मैथिलीक बहुतो साहित्यिक पोथी पर समीक्षा लिखि चुकल चंद्रेशक टिप्पणी बेस धियानसं रचनाकार सुनलनि. गोष्ठीक विशेष बात रहल जे गजलकार राजीव रंजन मिश्र पहिल बेर उपस्थित भेल छलाह. 500सं बेसीक संख्यामे गज़ल लिखि चुकल राजीव रंजन मिश्र अपन किछु गज़ल पढलनि. 

एहि गोष्ठीमे टटका रचना पढ़ल जाइए जाहि पर उपस्थित साहित्यकार लोकनि अपन टिप्पणी करैत छथि. एहिसं रचनाकारकें रचनामे सुधारक संगहि लेखनक उचित परामर्श देल जाइत अछि.

अध्यक्ष नवीन चौधरी अपन उदगार व्यक्त केलनि जे विगत दू वर्षमे गोष्ठी एहन नै जमल छल. लगभग 22 सालसं प्रति मासक दोसर रविकें आयोजित होमयवला एहि साहित्यिक गोष्ठीक महत्वपूर्ण कड़ीमे सं एक अछि आजुक गोष्ठी. एहि अवसर पर तिरहुत साहित्य सम्मानसं सम्मानित लेखक डॉ. योगेन्द्र पाठक 'वियोगी'सं विस्तृत चर्चा केलनि पत्रकार प्रकाश झा. डॉ. वियोगीक लिखल नाटक 'बूढ़ भेल बलाय' केर मंचन कोकिल मंच द्वारा आगामी 1 फरवरीकें होयत. कोकिल मंचक रजत जयंती (31 जनवरी-1 फरवरी) कार्यक्रमक सूचना सेहो प्रसारित भेल.

कार्यक्रमक अंतमे दिवंगत रंगकर्मी साहित्यकार कुमार शैलेन्द्र ओ मैथिलीनेही डॉ. पूर्णेन्दु झाक निधन पर शोक प्रकट कएल गेल. कार्यक्रममे अजय झा उपस्थित भेलाह त' दयाशंकर मिश्र ओ देवी शंकर मिश्र बेस सक्रिय देखल गेलाह.

(रिपोर्ट : मिथिलेश कुमार झा / फोटो : प्रकाश झा)
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