भरोस पर ठाढ़ रहबाक पूर्ण प्रयास मे छी : अशोक झा

मध्यमग्राम कांड कें ल' मैथिल समाज केर निष्क्रियता पर प्रश्न ठाढ़ भेल. पछाति न्याय केर मांग हेतु कलकत्ता सहित अन्यान्य स्थान पर प्रदर्शन आदि सेहो भेल. एहि विषय पर मिथिला विकास परिषद् केर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक झा सं मिथिमीडिया विस्तृत बातचीत केलक. प्रस्तुत अछि बातचीत केर अंश—
पीड़िता परिवार सं भेंट करबा हेतु पहुँचल अशोक झा. स्थानीय नेता सभक संग भेल कहा-सुनी.
अपने सं भेंट-घांट केर अनेक अवसर भेटैत अछि, मुदा एखन हम मध्यमग्राम कांड केर विषय मे चर्च करबाक हेतु उपस्थित छी?
मध्यमग्राम कांड केर जतेक भर्त्सना कएल जाय, कम अछि. एहन कांड समाज कें आघात पहुँचओबैत अछि. एहि मामिला मे पीड़िता मिथिलाक समस्तीपुर सं सम्बन्ध रखैत अछि. अपराधी कें कड़गर सजाय होयबाक चाही. हम सभ बहुत बेसी दुखी छी आ चिंतित सेहो. एहन कांड सभ झकझोरि क' राखि देइत अछि. आ पीड़ित मैथिल अछि, ताहि सं आओर बेसी मोन कचोटित अछि.

एक समाचारपत्र केर समाद, जे 'मैथिल समाज सं पीड़ित परिवार कें मदति नहि भेटलैक' पर लोकक कान ठाढ़ भेल छल. एतेक मैथिल संगठन आदि रहने एहन सन बात?
देखियौ, मीडिया अपना दिस सं किछु लिखओ. धरातल पर काज कयनिहार लोक अपन काज करैत अछि. एहू मामिला मे हमरा सभ पहिने सं एक्टिव छी. ई घटना बहुत बेसी शर्मनाक अछि. अपराधी सभ क्रूरता केर हद पार क' गेल. आपराधिक मामिला मे पुलिस-प्रशासन अपन काज करैत अछि. रहल सामाजिक संरक्षणक आ मदति केर बात त' हमरा सभ आरम्भहि सं तत्पर छी.

एहि मास केर पहिल तारीख सं कलकत्ता मे हलचल बढल अछि. पुलिस-प्रशासन पर निष्क्रियता केर आरोप लगैत अछि. एकरा कोना देखैत छी?
पुलिस-प्रशासन पर जे आरोप अछि, ताहि कें ल' हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कें पत्र लिखि दोषी पुलिस पर एक्शन लेबय हेतु निवेदन कयल. अपराधी गिरफ्त में अछि. हमरा सभ अपराधी कें फांसी हो एकर मांग कयल अछि. सुदीप बंद्योपाध्याय सं सेहो बात कयल. एतबे नहि, मुख्यमंत्री सं भेंट क' रहल छी एहि विषय पर. समय सेहो भेटि गेल अछि भेंट हेतु. हम अपना दिस सं पूरा प्रयास क' रहल छी. 2  जनवरी सं एहि सभ मे हम सभ लागल छी.

मिथिला विकास परिषद् ओ अशोक झा सं मैथिल लोकनि कें बहुत बेसी आस छै. लोक कें शुरू मे लगलै जे परिषद् एहि मामिला मे किछु नहि कयलक! बहुत किछु लिखल-पढ़ल गेल. बाजल-सुनल गेल. एहि विषय में किछु?
एहि समस्त मामिला मे राजनीति भ' रहल अछि, जे दुखद अछि. पीड़ित परिवार एतय एक राजनीतिक दल समर्थित संस्था केर संरक्षण मे छल. ओतहु हुनक सभ सं निकट आ विकट परिस्थिति मे जे सदति संग छलाह ओ मैथिल छथि. तैं समाज सं निराशावला बात कतेक सत्य अछि से बुझल जा सकैछ. ककरो कोनो परिस्थिति मे अपने समाज आ समाज केर लोक काज अबैत छै. पीड़ित परिवार कें ल' जेहन राजनीति भेल ताहि मे हमरा अपन स्थान देखय पड़ल, समय देखय पड़ल. हम मैथिल छी, एहि सम्बन्ध सं पीड़िता केर श्राद्ध स्थल पर परिवार कें भरोस ओ आर्थिक मदति देबय लेल गेलहुँ त' सभ ठीक छल मुदा ओतहु एक राजनीतिक पार्टी केर किछु नेता सभ हमरा पूछय लगाय 'हू आर यू'. ओतुक्का स्थिति बेस भयावह बुझायल. आब कहू जे की क' सकैत छलहुँ?  तथापि मिथिला विकास परिषद् एक प्रवासी विषयक संस्था बना एहि समस्त मामिला कें देखि रहल अछि. मौन जुलूस आदि सेहो निकलल. हम सभ प्रवासी लोकनि कें एक मंच पर अनबाक हेतु तत्पर छी. मुदा हमरा नहि लगैए जे दर्जनो मे गिनल जा रहल मैथिल संस्थादि एहि कें समर्थन मे छथि. घटनाक बाद परिषद् अपन कार्यक्रम सभ रद्द क' देलक अछि आ अपील सेहो केलक जे मैथिल संस्थादि अपन कार्यक्रम सभ रद्द क' एहि मामिला कें देखय आ एकजुट आंदोलन करय, मुदा हम देखैत छी जे अन्य संस्था सभक नाच-गाना, नाटक आदि कार्यक्रम सभ तय कार्यक्रम अनुसार भ' रहल अछि. किनको कोनो दिक्कत नहि छनि. ई स्थिति सेहो नीक नहि कहल जा सकैछ.

बिहार सरकार द्वारा आर्थिक मदति ओ वापसी केर प्रस्ताव पर किछु टिप्पणी?
बेस नीक. एहू विषय मे लोक बहुत-किछु बजैत अछि. चुनावी मौसम छै. आदि-आदि. मुदा हमरा जनैत ई मदति कनेक राहत पहुँचओलक पीड़िता परिवार कें. मुदा सरकारी मदति हिसाबे मदति राशि बहुत नगण्य अछि. बिहार सरकार केर नौकरी आदिक जे प्रस्ताव छै से नीक. ओ लोकनि राष्ट्रपति सं भेंट कयलनि, बिहार गेलाह आ फेर पश्चिम बंगाल आयल छथि. कानून अपन काज क' रहल अछि. पश्चिमबंग सरकार सेहो अपना दिस सं लागल अछि. हम मामिला मे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सं भेंट क' अपन बात राखब. अपन लोकक बात राखब. आश्वस्त करी जे मिथिला विकास परिषद् अपन काज क' रहल अछि. शेष संस्थादि केर संवेदनहीनता सं क्षुब्ध छी.

मिथिला विकास परिषद् आ अपने एहि मामिला मे की कयल आ की सभ क' रहल छी, से स्पष्ट कयल जाय?
घटनाक तुरत बाद हमरा सभ पहिने सुदीप बंद्योपाध्याय सं बात कयल. मुख्यमंत्री कें पत्र लिखल ओ आब भेंट करबाक समय सेहो भेटि गेल अछि. एतबे नहि, मिथिला विकास परिषद् केर एक सदस्य पीड़िता परिवारक गाम जा हुनका विषय मे समस्त वस्तु-स्थिति बुझलनि अछि आ स्थानीय पंचायत स्तर केर प्रतिनिधि सं हम स्वयं फोन पर बात कयल. एतुक्का सभ स्थिति ककरो सं नुकायल नहि छै. आब देखैत छी. हमरा सभ योग्य जे करय लेल किछु हेतैक त' ताहि मे कसरि नहि हेतैक. हं, मामिलाक राजनीतिकरण सं असहजता अवश्य आबि गेल छै. मुदा हमरा सभ अपना दिस सं तत्पर छी आ से आरम्भहि सं.

मिथिला-मैथिल-मैथिली अहाँ सं बहुत बेसी आशा रखैत अछि. भरोस अछि अपनेक सक्रियता मैथिल समाज, विशेष क' स्थानीय प्रवासी लेल सहायक होयत?
अवश्य. भरोस कें बनओने राखब कठिन छै, असम्भव नहि. मिथिला विकास परिषद् अपन गठनक बादहि सं तत्पर रहल अछि. हमर सभक एक्टिविटी सदा नीक रहल अछि. परिषद् अपन कार्य आ कार्य-पद्धति सं लोक कें संदेश देइत अछि. ओना व्यर्थ बात आ वाद-विवाद लेल बहुत संस्था सभ अछि. एतय संस्थागत राजनीति बहुत बेसी अछि. कार्यक्रम ओ कार्य-नीति मिथिला विकास परिषद् लग अछि. लोकक भरोस पर ठाढ़ रहबाक पूर्ण प्रयास मे छी. धन्यवाद.          
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