थियेटरक महत्व कें पहिचानल जेबाक चाही

> मैथिली फ़िल्म संबंधी विचार-विमर्श
मुम्बइ.  मुम्बइ मे 15 अगस्त 2012 कें साँझ मे मैथिल कलाकारक एकटा बैसारक आयोजन कयल गेल छल जाहि मे विभिन्न विषय पर चर्चा आ विचार-विमर्श भेल. चर्चा केर उपरान्त किछु विशिष्ट बात सोझां आयल जाहि पर अमल करबाक कार्य पर विशेष जोर देबाक आवश्यकता अछि.  दरभंगा मे मैथिली फ़िल्म अकादमी केर तत्वावधान मे आयोजित होबय बला मैथिली फ़िल्म फ़ेस्टिवलक सराहना आ प्रशंसा कयल गेल आ समस्त उपस्थित अभिनेता आ अभिनेत्री अहि कार्यक्रमक सफ़लताक कामना कयलनि आ आयोजकक प्रति अपन आभार प्रकट कयलनि.
उपस्थित लोकनि मे अभिनेता ललितेश झा, गीतकार अभिराज झा, युवा निर्देशक जीतेन्द्र झा जीतू, अभिनेता संजीब पूनम मिश्रा, अभिनेता भास्कर झा (मुम्बई), अभिनेत्री सुरुची वर्मा, गायक विकास झा सहित अनेको लोक उपस्थित छलथि.
मैथिली रंगमंच एकटा पैघ फ़ोरम छी, आ बेसी अभिनेता-अभिनेत्री रंगमंच सं जुड़ल छथि, अहि लेल ई सुझाव देल गेल जे मैथिली फ़िल्मक संग मैथिली थियेटरक महत्व कें पहिचानल जेबाक चाही आ मैथिली थियेटर सं संबंधित कलाकर्मी कें सेहो प्रोत्साहन आ उत्साहवर्द्धन प्रदान करब अपेक्षित अछि. मैथिली अभिनय कला कें जीबंत राखय मे मैथिली रंगमंचक अपन महत्वपूर्ण भूमिका अछि. पुरस्कारक श्रेणी मे मैथिली रंगमंच कें शामिल कयला सं फ़ेस्टिवलक सार्थककता बेसी सिद्ध होयत. विचार प्रकट कयल गेल जे फ़िल्म फ़ेस्टिवलक कार्यक्रमक रूपरेखा एहन बनयबाक चाह़ी जाहि मे एखन धरि निर्मित मैथिली फ़िल्मक पटकथा, तकनीक पहलू, फ़िल्मांकन आदि  पक्ष पर चर्चा होअय. (Report : भास्कर झा)
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